भोपाल (महामीडिया) देश में लोग गर्मियों के मौसम का बेसब्री से इंतजार भी करते हैं। बढ़ते तापमान और तपती धूप में भी हम आम खाये बिना नहीं रह सकते। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जाती है वैसे-वैसे बाजार में कच्चे आमों के अलावा रसीले आमों की आवक भी बढ़ जाती है। कच्चे और पके आम दोनों ही हमारे लिये फायदेमंद होते हैं। कच्चा आम नमक-मिर्च के साथ खाने में मजेदार लगता है। पुदिने के साथ कच्चे आम की बनाई गई चटनी गर्मीयों में हमारी पाचन शक्ति को दुरुस्त रखती है वहीं कच्चे आम का अचार भी बहुत फायदेमंद होता है। कच्चे आम का रस भी सेहत के लिए अच्छा होता है। विटामिन सी और खनिज तत्वों से भरपूर कच्चा आम चुटकी भर नमक के साथ खाने से गर्मियों में तापमान के प्रभाव से बचाता है और शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता। उबले हरे आम के रस में चीनी और भुना जीरा मिलाकर बना पना पीने से सन स्ट्रोक और तपती गर्मी में होने वाले त्वचा रोगों में आराम मिलता है। कच्चे आम में जेंथोन एंटीऑक्सिडेंट मिलता है, जो यूवी किरणों से हमारे शरीर को बचाने में मदद करता है। गर्मी के मौसम में पसीने के कारण हमारे शरीर में आयरन, सोडियम क्लोराइड जैसे खनिज कम हो जाते हैं। कच्चे आम का रस इस नुकसान को बचाता है। कच्चा आम शरीर में पानी की आपूर्ति में सहायक होता है, जो हमारे पाचन के लिए जरूरी है। इसमें एसिड होता है, जिससे गर्मियों में होने वाली पाचन संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है। इसमें मौजूद पैक्टिन की से डायरिया, दस्त, बवासीर, पेचिश, कब्ज, अपच और एसिडिटी जैसी पेट की आम समस्याओं के उपचार में मदद मिलती है। उमस भरे मौसम में जी मितलाने की समस्या कैरी को काट कर काले नमक के साथ खाने से दूर होती है। हरे आम का सेवन रक्त कणों के निर्माण में सहायक है। यह रक्त की कमी, ब्लड कैंसर, हैजा, तपेदिक जैसी बीमारियों से बचाव करता है। विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर कच्चे आम को नमक के साथ खाने से मसूड़े और दांत मजबूत होते हैं। यह मुंह से आने वाली बदबू को भी कम करता है।