इंदौर [ महामीडिया ] मालवा-निमाड़ पर भारी बारिश किसी कहर से कम नहीं थी। बारिश भले ही थम गई, लेकिन मुसीबतें ज्यादा बढ़ गईं। खेतों में भरे पानी ने सोयाबीन, कपास, मक्का, मिर्ची, केला और गन्नाा आदि फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। खंडवा, खरगोन, झाबुआ के किसान नुकसानी 50 से 80 प्रतिशत तक बता रहे हैं, लेकिन नीमच और मंदसौर में कृषि विभाग ने शत-प्रतिशत फसलें बर्बाद होने की जानकारी दी है। अब बर्बाद फसलों को देख किसान सर्वे, मुआवजे कर मांग को लेकर प्रदर्शन पर उतर आए हैं।