खरगोन (महामीडिया) महेश्वर में नर्मदा तट पर होने वाले देश के बड़े सांस्कृतिक उत्सव में शामिल निमाड़ उत्सव का मेहंदी, रंगोली व चित्रकला के साथ शुभारंभ हुआ। अहिल्या तट पर शाम को नौका सज्जा के साथ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। उत्सव को लेकर आकर्षक विद्युत सज्जा की गई। इसी क्रम में देर शाम गणगौर नृत्य और कृष्ण पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति हुई। दो दिवसीय उत्सव का शुभारंभ खंडवा से आए कलाकारों के स्वागत गीत एवं सरस्वती वंदना से हुआ। खेला गणगौर लोक कला केंद्र खंडवा के अनिमेष उपाध्याय के निर्देशन में कलाकारों ने निमाड़ के प्रसिद्घ गणगौर नृत्य की प्रस्तुति दी। पहली प्रस्तुति म्हारा पियर म बोई गणगौर एवं दूसरी प्रस्तुति डुलरी जिसमें सुन सजनी का सायबा लोकगीत को दर्शकों ने खूब सराहा। रायपुर से आई कथक नृत्यांगना यास्मीन सिंह ने भगवान श्रीकृष्ण पर आधारित नृत्य नाटिका डिवाइन कृष्णा की प्रस्तुति दी। मनमोहक भाव भंगिमाओं के साथ पार्श्व में बजते संगीत के साथ लय और ताल का अनुपम तालमेल इस नाटिका में देखने को मिला। कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में उपस्थित दर्शकों ने इन प्रस्तुतियों को सराहा।