'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर'

मुंबई (महामीडिया) बॉलीवुड में बायोपिक का चलन तेजी तेजी से शुरू हो चुका है। यह पहली बार है कि किसी राजनीतिक हस्ती पर आधारित फिल्म सत्य घटनाओं और उन्हीं के नामों के साथ बनाई गई है। फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के मीडिया एडवाइजर संजय बारू की किताब पर बनाई गई है। निर्देशक विजय गुट्टे ने इस फिल्म को बनाने में पूरी परिपक्वता दिखाई है। पूरी फिल्म में एक भी दृश्य ऐसा नहीं है जहां पर डॉ मनमोहन सिंह को जीनियस क्यों माना गया? उनके किस काम के कारण जनता ने उन्हें प्यार किया? उनके किन आर्थिक सुधारों के कारण दुनिया ने उनका लोहा माना? यह कहीं भी उल्लिखित नहीं होता! फिल्म में डॉ मनमोहन सिंह सिर्फ राजनीतिक गलियारों में और काम करने की इच्छा के बीच फंसे एक मजबूर इंसान के अलावा कुछ भी नजर नहीं आते! अभिनय में अनुपम खेर ने डॉ मनमोहन सिंह को जीवंत पर्दे पर उतार दिया है। यहां तक की उनकी आवाज को भी उन्होंने पकड़ कर अपने किरदार को विश्वसनीयता देने की कोशिश की है। संजय बारू के किरदार में अक्षय खन्ना की पर्दे पर उनकी सशक्त उपस्थिति देखते ही बनती है! बाकी सारे किरदार अभिनेता कम और मिमिकरी आर्टिस्ट ज्यादा लगे हैं। कुल मिलाकर यह फिल्म ऐसी है कि भारतीय राजनीति पर सही मायनों में फिल्म बनाने का सिलसिला शुरू हो सकता है।